अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय परिदृश्य में, सोना (Gold) हमेशा से ही एक महत्वपूर्ण संपत्ति रहा है। यह न केवल एक मूल्यवान धातु है, बल्कि देशों के लिए आर्थिक स्थिरता, सुरक्षा और विश्वसनीयता का प्रतीक भी है। केंद्रीय बैंक (Central Banks) अपने विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) के हिस्से के रूप में बड़ी मात्रा में सोना रखते हैं। सोने के भंडार (Gold Reserves) किसी देश की आर्थिक ताकत और वैश्विक वित्तीय प्रणाली में उसके विश्वास को दर्शाते हैं।
इस लेख में, हम दुनिया के उन शीर्ष 10 देशों पर करीब से नज़र डालेंगे जिनके पास सबसे अधिक स्वर्ण भंडार है। यह विश्लेषण विश्वसनीय स्रोतों जैसे अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund – IMF), विश्व स्वर्ण परिषद (World Gold Council – WGC), और ट्रेडिंग इकोनॉमिक्स (Trading Economics) से प्राप्त नवीनतम उपलब्ध आंकड़ों पर आधारित है, विशेष रूप से ट्रेडिंग इकोनॉमिक्स द्वारा संकलित डेटा पर।
स्वर्ण भंडार क्यों महत्वपूर्ण हैं? (Why are Gold Reserves Important?)
केंद्रीय बैंक कई कारणों से सोना रखते हैं:
सुरक्षा (Safety): सोना एक सुरक्षित आश्रय संपत्ति (Safe Haven Asset) माना जाता है, खासकर आर्थिक अनिश्चितता या संकट के समय में। इसका मूल्य अन्य वित्तीय संपत्तियों की तरह राजनीतिक या आर्थिक अस्थिरता से उतना प्रभावित नहीं होता है।
तरलता (Liquidity): सोने का बाजार अत्यधिक तरल (Liquid) है, जिसका अर्थ है कि इसे आसानी से खरीदा और बेचा जा सकता है। जरूरत पड़ने पर केंद्रीय बैंक नकदी जुटाने के लिए अपने सोने के भंडार का उपयोग कर सकते हैं।
विविधीकरण (Diversification): सोना रखने से केंद्रीय बैंक के भंडार में विविधता आती है। यह अमेरिकी डॉलर (US Dollar) जैसी प्रमुख आरक्षित मुद्राओं (Reserve Currencies) पर निर्भरता कम करने में मदद करता है।
रिटर्न (Return): हालांकि सोना ब्याज या लाभांश (Dividend) नहीं देता है, लेकिन लंबी अवधि में इसका मूल्य बढ़ सकता है, जिससे भंडार के कुल मूल्य में वृद्धि होती है।
शीर्ष 10 देश जिनके पास सबसे अधिक स्वर्ण भंडार है (Top 10 Countries with Highest Gold Reserves)
ट्रेडिंग इकोनॉमिक्स (Trading Economics) द्वारा उपलब्ध कराए गए नवीनतम आंकड़ों (29 मई 2025 तक) के अनुसार, यहां शीर्ष 10 देश हैं जिनके पास सबसे अधिक स्वर्ण भंडार (Gold Reserves) है:
संयुक्त राज्य अमेरिका (United States): अमेरिका लंबे समय से स्वर्ण भंडार के मामले में दुनिया का नेतृत्व कर रहा है। दिसंबर 2024 तक, अमेरिका के पास 8,133 Tonnes सोना था। यह मात्रा दुनिया में सबसे अधिक है और कई अन्य प्रमुख देशों के संयुक्त भंडार से भी अधिक है।
जर्मनी (Germany): जर्मनी दूसरे स्थान पर है, जिसके पास मार्च 2025 तक 3,351 Tonnes स्वर्ण भंडार था। यह पिछले रिकॉर्ड (3,352 Tonnes) से थोड़ी कमी दर्शाता है।
इटली (Italy): इटली 2,452 Tonnes (मार्च 2025 तक) स्वर्ण भंडार के साथ तीसरे स्थान पर मजबूती से कायम है।
फ्रांस (France): फ्रांस के पास मार्च 2025 तक 2,437 Tonnes सोना था, जो इसे चौथे स्थान पर रखता है।
रूस (Russia): रूस हाल के वर्षों में अपने स्वर्ण भंडार को सक्रिय रूप से बढ़ा रहा है। दिसंबर 2024 तक, रूस के पास 2,333 Tonnes सोना था, हालांकि यह पिछले रिकॉर्ड (2,336 Tonnes) से थोड़ा कम है।
चीन (China): चीन भी अपने स्वर्ण भंडार में लगातार वृद्धि कर रहा है। मार्च 2025 तक, चीन का भंडार बढ़कर 2,292 Tonnes हो गया, जो पिछले रिकॉर्ड (2,280 Tonnes) से अधिक है।
स्विट्जरलैंड (Switzerland): अपनी मजबूत वित्तीय प्रणाली के लिए जाना जाने वाला स्विट्जरलैंड दिसंबर 2024 तक 1,040 Tonnes स्वर्ण भंडार के साथ सातवें स्थान पर है।
भारत (India): भारत ने भी अपने स्वर्ण भंडार में वृद्धि दिखाई है। मार्च 2025 तक, भारत के पास 880 Tonnes सोना था, जो पिछले रिकॉर्ड (876 Tonnes) से अधिक है।
जापान (Japan): जापान मार्च 2025 तक 846 Tonnes स्वर्ण भंडार के साथ नौवें स्थान पर है।
तुर्की (Turkey): तुर्की शीर्ष 10 की सूची पूरी करता है, जिसके पास मार्च 2025 तक 624 Tonnes सोना था, जो पिछले रिकॉर्ड (615 Tonnes) से उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है।
(स्रोत: Trading Economics)
ऐतिहासिक रुझान और हालिया गतिविधियाँ (Historical Trends and Recent Activities)
पिछले कुछ दशकों में स्वर्ण भंडार रखने की प्रवृत्ति में उतार-चढ़ाव देखा गया है। 20वीं सदी के अंत में, कई विकसित देशों ने अपने सोने के भंडार को कम कर दिया था। हालांकि, 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के बाद, सोने के प्रति आकर्षण फिर से बढ़ गया, खासकर उभरती अर्थव्यवस्थाओं (Emerging Economies) के बीच।
विश्व स्वर्ण परिषद (World Gold Council) के आंकड़ों के अनुसार, हाल के वर्षों में केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की खरीद में काफी तेजी आई है। 2022 में, केंद्रीय बैंकों ने रिकॉर्ड 1,082 Tonnes सोना खरीदा, और 2023 में भी यह प्रवृत्ति जारी रही, जिसमें 1,037 Tonnes की खरीद हुई, जो इतिहास में दूसरी सबसे बड़ी वार्षिक खरीद थी। यह प्रवृत्ति दर्शाती है कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच केंद्रीय बैंक सोने को एक महत्वपूर्ण और स्थिर संपत्ति के रूप में देखते हैं। चीन, रूस, भारत और तुर्की जैसे देश हाल के वर्षों में प्रमुख खरीदार रहे हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
स्वर्ण भंडार (Gold Reserves) वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो देशों को वित्तीय स्थिरता और सुरक्षा प्रदान करते हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका और जर्मनी जैसे देश पारंपरिक रूप से सबसे बड़े धारक रहे हैं, जबकि चीन और रूस जैसी उभरती अर्थव्यवस्थाएं सक्रिय रूप से अपने भंडार बढ़ा रही हैं।
केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की निरंतर खरीद यह दर्शाती है कि अनिश्चितता के इस दौर में भी, सोने की चमक कम नहीं हुई है और यह आज भी एक महत्वपूर्ण रणनीतिक संपत्ति (Strategic Asset) बना हुआ है। जैसे-जैसे वैश्विक आर्थिक परिदृश्य विकसित हो रहा है, यह देखना दिलचस्प होगा कि विभिन्न देश अपने स्वर्ण भंडार का प्रबंधन कैसे करते हैं।
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