NSE Unlisted Share Price: भारतीय शेयर बाजार में निवेश के विभिन्न विकल्प मौजूद हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण विकल्प है अनलिस्टेड शेयर्स (Unlisted Shares) में निवेश। अनलिस्टेड शेयर्स वे शेयर होते हैं जो किसी भी स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध नहीं होते। आज हम NSE (National Stock Exchange) के अनलिस्टेड शेयर्स के बारे में जानेंगे।
NSE Unlisted Shares क्या हैं?
NSE Unlisted Share, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड के शेयर हैं जो अभी तक किसी भी स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड नहीं हैं। NSE भारत का प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज है और इक्विटी शेयरों में ट्रेड के मामले में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा एक्सचेंज है।
NSE की स्थापना 1992 में हुई थी और इसे अप्रैल 1993 में SEBI द्वारा स्टॉक एक्सचेंज के रूप में मान्यता मिली। 1994 में इसने अपना परिचालन शुरू किया। NSE ने 1994 में इलेक्ट्रॉनिक स्क्रीन-बेस्ड ट्रेडिंग, 2000 में डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग और इंटरनेट ट्रेडिंग शुरू की, जो भारत में अपनी तरह की पहली सेवाएँ थीं।
वर्तमान मूल्य और प्रमुख आंकड़े
वर्तमान में NSE के अनलिस्टेड शेयर्स का मूल्य लगभग ₹2,150 प्रति शेयर है। पिछले 15 दिनों में इसमें 7.5% की वृद्धि देखी गई है। NSE का मार्केट कैपिटलाइजेशन (Market Capitalization) ₹532,125 करोड़ है, जो इसे भारत के सबसे मूल्यवान अनलिस्टेड कंपनियों में से एक बनाता है।
निम्नलिखित तालिका NSE अनलिस्टेड शेयर्स के प्रमुख आंकड़े प्रस्तुत करती है:
पैरामीटर | मूल्य |
---|---|
वर्तमान मूल्य | ₹2,150 |
मार्केट कैप | ₹532,125 करोड़ |
EPS | 49.24 |
P/E अनुपात | 43.7 |
बुक वैल्यू | ₹122.6 |
फेस वैल्यू | ₹1 |
52 सप्ताह हाई | ₹2,150 |
52 सप्ताह लो | ₹1,240 |
लॉट साइज | 500 |
शेयरों की संख्या | 247.5 करोड़ |
P/B अनुपात | 17.5 |
डेट टू इक्विटी | 0 |
NSE Unlisted Shares में निवेश के लाभ
अनलिस्टेड शेयर्स में निवेश के कई फायदे हैं। NSE जैसी प्रतिष्ठित कंपनी के अनलिस्टेड शेयर्स में निवेश करने से लंबे समय में अच्छा रिटर्न मिल सकता है। पिछले कुछ वर्षों में NSE के शेयर मूल्य में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है।
NSE के अनलिस्टेड शेयर्स में निवेश करने का एक बड़ा लाभ यह है कि जब कंपनी अपना IPO (Initial Public Offering) लाएगी, तो शेयर का मूल्य और भी बढ़ सकता है। NSE के IPO की बाजार में काफी समय से प्रतीक्षा की जा रही है।
Unlisted Shares में निवेश के जोखिम
हालांकि, Unlisted Shares में निवेश के कुछ जोखिम भी हैं। इनमें लिक्विडिटी रिस्क (Liquidity Risk) प्रमुख है। अनलिस्टेड शेयर्स को बेचना लिस्टेड शेयर्स की तुलना में अधिक कठिन हो सकता है। इसके अलावा, प्राइस डिस्कवरी (Price Discovery) की प्रक्रिया भी पारदर्शी नहीं होती।
निवेशकों को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि अनलिस्टेड शेयर्स में निवेश करते समय ROFR (Right of First Refusal) की आवश्यकता हो सकती है, जैसा कि NSE के मामले में है।
NSE अनलिस्टेड शेयर्स कैसे खरीदें?
NSE Unlisted Shares खरीदने के लिए आप विशेष ब्रोकर्स या अनलिस्टेड शेयर डीलर्स से संपर्क कर सकते हैं। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स जैसे UnlistedZone, Sharescart, और अन्य वेबसाइट्स भी इन शेयर्स को खरीदने-बेचने की सुविधा प्रदान करती हैं।
NSE Unlisted Shares का न्यूनतम लॉट साइज 500 शेयर है। इसका मतलब है कि आपको कम से कम 500 शेयर खरीदने होंगे, जिसकी वर्तमान कीमत लगभग ₹10,75,000 होगी।
निष्कर्ष
NSE Unlisted Shares भारतीय निवेशकों के लिए एक आकर्षक निवेश विकल्प हो सकते हैं। हालांकि, इनमें निवेश करने से पहले सभी जोखिमों और लाभों का मूल्यांकन करना महत्वपूर्ण है। NSE के मजबूत व्यावसायिक मॉडल, बाजार में अग्रणी स्थिति और भविष्य के IPO की संभावना इसे दीर्घकालिक निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाती है।
Unlisted Shares में निवेश करते समय हमेशा अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें और अपनी जोखिम क्षमता के अनुसार ही निवेश करें। याद रखें, सभी निवेशों में जोखिम होता है, और अनलिस्टेड शेयर्स में निवेश करने से पहले पर्याप्त शोध और विश्लेषण करना आवश्यक है।
Jio Financial के Delivery Percentage में बड़ा बदलाव: जानिए पिछले दो हफ्तों की तुलना
Edelweiss Securities की नवीनतम ब्रोकेरेज रिपोर्ट्स: 23 मई 2025
Apple पर अमेरिका का नया वार: ट्रंप बोले ‘भारत या कहीं और बनाया iPhone तो देना होगा 25% टैरिफ’

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम वरुण सिंह है, मैं अपने खाली समय में यू ट्यूब पर फाइनेंस संबंधी वीडियो अपलोड करता हूं साथ ही ब्लॉगिंग भी कर रहा हूं। जो भी चीजें मैं व्यक्तिगत अनुभव से सीखता हूं उसको भी इस वेबसाइट के माध्यम से शेयर करने का प्रयास करता हूं। हमारी कोशिश है की हम अपने पाठकों के लिए उच्च गुणवत्ता से युक्त आर्टिकल प्रकाशित करें।