IRCTC के शानदार Q4 नतीजे: मुनाफे में 26% की जबरदस्त उछाल, निवेशकों के लिए बड़ा तोहफा

भारतीय रेलवे की प्रमुख कंपनी Indian Railway Catering and Tourism Corporation (IRCTC) ने वित्तीय वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (Q4) के जबरदस्त नतीजे घोषित कर दिए हैं। कंपनी ने मुनाफे और रेवेन्यू दोनों में डबल-डिजिट ग्रोथ दर्ज की है, जिससे निवेशकों और बाजार में उत्साह का माहौल बन गया है।

Q4 FY25 में Profit में 26% की उछाल

IRCTC का Net Profit चौथी तिमाही में 26.1% की वार्षिक बढ़त के साथ ₹358 करोड़ तक पहुंच गया है, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह ₹284 करोड़ था। यह ग्रोथ दर्शाती है कि कंपनी का ऑपरेशनल मॉडल मजबूत हो रहा है और इसके बिज़नेस सेगमेंट स्थिरता दिखा रहे हैं।

Revenue में 10% की मजबूती

कंपनी का Revenue from Operations भी 10% की ग्रोथ के साथ ₹1,268 करोड़ रहा, जो पिछली साल की समान अवधि में ₹1,151 करोड़ था। यह वृद्धि IRCTC की कोर सर्विसेज जैसे Catering, Rail Neer, Tourism और Online Ticketing के परफॉर्मेंस को दर्शाती है।

Expenses में भी 11% की बढ़ोतरी

Q4 FY25 में कंपनी के Total Expenses ₹903 करोड़ तक पहुंच गए, जो पिछले साल ₹810 करोड़ थे। हालांकि खर्चों में बढ़ोतरी हुई, लेकिन मुनाफे में हुई जबरदस्त वृद्धि ने इसे अच्छे से कवर कर लिया।

Dividend का तोहफा: ₹1 प्रति शेयर

IRCTC ने अपने शेयरधारकों को FY25 के लिए Final Dividend के रूप में ₹1 प्रति इक्विटी शेयर (Face Value ₹2) देने की सिफारिश की है। यह Paid-up Share Capital का 50% दर्शाता है, जो निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है।

पूरे साल FY25 का प्रदर्शन भी रहा शानदार

  • Annual Net Profit: ₹1,314 करोड़ (18% YoY ग्रोथ)
  • Total Income: ₹4,903 करोड़ (10% YoY ग्रोथ)

IRCTC का पूरा साल भी दमदार रहा, जिसमें कंपनी ने न सिर्फ रेवेन्यू बढ़ाया बल्कि मुनाफे को भी मजबूत किया।

Exceptional Items से ₹47.89 करोड़ की अतिरिक्त कमाई

FY25 में कंपनी को कुछ Exceptional Items से ₹47.89 करोड़ की अतिरिक्त Net Income हुई। इसमें शामिल हैं:

  • ₹2.21 करोड़: Golden Chariot Train से जुड़े रुके हुए चार्जेस की वापसी
  • ₹39.88 करोड़: पुराने खातों की एकबारगी Reconciliation से आय
  • ₹5.80 करोड़: पुराने वर्षों में किए गए Excess Provisions का Write-back

Receivables में कमी, लेकिन ₹120 करोड़ से अधिक 3 साल से पेंडिंग

मार्च 31, 2025 तक IRCTC के Trade Receivables ₹672.43 करोड़ तक सीमित रह गए हैं, जबकि मार्च 2024 में यह आंकड़ा ₹1,296.18 करोड़ था। हालांकि इसमें कमी आई है, फिर भी रेलवे और सरकारी एजेंसियों से ₹120.77 करोड़ पिछले तीन सालों से लंबित हैं, जिसमें से ₹35.80 करोड़ की राशि Default में है।

निष्कर्ष: IRCTC की मजबूत फाइनेंशियल पोजिशन

IRCTC ने FY25 में न सिर्फ ऑपरेशनल लेवल पर मजबूती दिखाई है, बल्कि अपने निवेशकों को भी फायदा पहुंचाया है। कंपनी के अच्छे नतीजे, मजबूत Balance Sheet और डिविडेंड की घोषणा इसे लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट के लिए आकर्षक बनाती है।

निवेशकों के लिए सलाह:

IRCTC जैसे PSU में सरकार का मजबूत नियंत्रण, स्टेबल रेवेन्यू मॉडल और डिविडेंड यील्ड इसे डिफेंसिव और ग्रोथ दोनों कैटेगरी में शामिल करता है। हालांकि सरकारी बकाया राशि और Default चिंताजनक है, लेकिन कंपनी की कैश फ्लो स्थिति संतोषजनक बनी हुई है।

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