GMR Airports Infrastructure Limited के शेयर हाल ही में चर्चा में हैं, क्योंकि प्रमुख ब्रोकरेज फर्म Jefferies ने इसके लिए अपना लक्ष्य मूल्य बढ़ा दिया है। कंपनी के शेयर, जो फिलहाल ₹86.4 प्रति शेयर पर ट्रेड कर रहे हैं, पिछले 52 हफ्तों के उच्चतम स्तर ₹104 से करीब 20% नीचे हैं। इसके बावजूद, GMR Airports ने पिछले पांच वर्षों में 357% का जबरदस्त रिटर्न दिया है, जिससे निवेशकों का विश्वास इस पर बना हुआ है।
Jefferies का अपसाइड लक्ष्य और तर्क
Jefferies ने GMR Airports के लिए अपना लक्ष्य मूल्य ₹92 से बढ़ाकर ₹100 कर दिया है, जो मौजूदा स्तर से 15.5% की संभावित बढ़त दिखाता है। यह बढ़ोतरी कंपनी की बेहतरीन Q4 प्रदर्शन के चलते की गई है। Q4 में कंपनी का EBITDA 24% सालाना बढ़कर ₹1,010 करोड़ तक पहुँच गया, जो अनुमानों से बेहतर था। यह वृद्धि मुख्य रूप से यात्री ट्रैफिक में बढ़ोतरी, non-aero revenue में सुधार, और DIAL (Delhi International Airport Limited) में land monetization से हुई है।
FY25 में भी कंपनी ने मजबूत प्रदर्शन किया है EBITDA 27% बढ़ा और FY26 में इसके 45% से अधिक की वृद्धि होने का अनुमान है। इससे संकेत मिलता है कि कई वर्षों की चुनौतियों के बाद GMR Airports मुनाफे की राह पर लौट रहा है।
वृद्धि के प्रमुख कारक
GMR Airports के प्रदर्शन को कई कारकों ने मजबूती दी है:
- नई DIAL Tariffs: अप्रैल 2025 से लागू होने वाली नई दरों से कंपनी को अतिरिक्त राजस्व मिलने की उम्मीद है।
- Duty-Free का पूर्ण नियंत्रण: Delhi Duty-Free का पूर्ण समेकन (full consolidation) GMR को non-aero revenue बढ़ाने में मदद करेगा।
- Travel Retail की मजबूती: यात्रा से जुड़े खुदरा व्यापार में अच्छी तेजी देखी जा रही है, जिससे मुनाफा और बढ़ेगा।
- Cargo और Duty-Free संचालन में नियंत्रण: Jefferies ने FY26 EBITDA अनुमानों को 7–9% तक बढ़ा दिया है, जिससे कंपनी के भविष्य के मुनाफे को सपोर्ट मिलेगा।
वित्तीय प्रदर्शन
GMR Airports ने FY25 में 19% की राजस्व वृद्धि दर्ज की, जिससे इसका कुल राजस्व ₹8,755 करोड़ से बढ़कर ₹10,414 करोड़ तक पहुँच गया। हालांकि, FY25 में कंपनी ने ₹817 करोड़ का net loss दर्ज किया, जो पिछले साल ₹828 करोड़ के नुकसान से थोड़ा कम है। इसके बावजूद, भविष्य की योजनाएँ और operational efficiency इसे लाभ की ओर ले जा रही हैं।
महत्वपूर्ण बात यह है कि GQG Partners’ Emerging Markets Equity Fund ने मार्च 2025 तक कंपनी में 1.76% हिस्सेदारी और Goldman Sachs GQG Partners ने 2.09% हिस्सेदारी ली है। दोनों मिलाकर कंपनी में 3.85% की हिस्सेदारी रखते हैं। इससे पता चलता है कि संस्थागत निवेशक भी इस aviation stock में दीर्घकालिक संभावनाओं को लेकर आश्वस्त हैं।
वैश्विक उपस्थिति और सेवाएँ
GMR Airports Infrastructure Limited का पोर्टफोलियो भारत और दुनिया भर में फैला है। इसके प्रमुख भारतीय हवाई अड्डे दिल्ली, हैदराबाद, गोवा और विशाखापट्टनम में हैं। वहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह Cebu, Crete और Kualanamu जैसे स्थानों पर हवाई अड्डों का संचालन करता है। इसके अलावा, कंपनी सुरक्षित baggage handling, domestic e-boarding, integrated terminals, cargo processing और international/domestic flight catering जैसी सेवाएँ भी प्रदान करती है।
निष्कर्ष
Jefferies की नज़र में, GMR Airports अगले कुछ वर्षों में मजबूत ग्रोथ की ओर अग्रसर है। 15.5% का संभावित upside और मजबूत आर्थिक संकेतकों के चलते, यह aviation sector का एक ऐसा stock बनकर उभर रहा है, जिसमें निवेशक लंबी अवधि के लिए संभावनाएँ देख सकते हैं।
यदि आप aviation sector में निवेश के अवसर खोज रहे हैं, तो GMR Airports पर नज़र रखना ज़रूर बनता है। कंपनी का operational performance और institutional investors की भागीदारी इसके उज्जवल भविष्य की ओर इशारा करती है।
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