विजय केडिया के पोर्टफोलियो में छिपे ये 6 डिस्काउंटेड स्मॉलकैप स्टॉक्स 2025 में दे सकते हैं बंपर रिटर्न, जानिए डिटेल्स

विजय केडिया, भारतीय शेयर बाजार के एक मशहूर निवेशक और मार्केट गुरु, हमेशा से undervalued smallcap stocks को पहचानने के लिए जाने जाते हैं, जिनमें हाई ग्रोथ पोटेंशियल छिपा होता है। उनकी इन्वेस्टमेंट फिलॉसफी, जिसे SMILE अप्रोच कहा जाता है—Small in size, Medium in experience, Large in aspiration, और Extra-large in market potential—ने सालों से शानदार रिटर्न दिए हैं। केडिया के पोर्टफोलियो में कई डिस्काउंटेड smallcap stocks शामिल हैं, जो 2025 में निवेशकों का ध्यान खींच रहे हैं। इनमें Precision Camshafts, Om Infra, Atul Auto, और Vaibhav Global जैसे टॉप पिक्स हैं। इस आर्टिकल में हम इन स्टॉक्स, उनकी संभावनाओं और निवेशकों के लिए उनके महत्व पर विस्तार से चर्चा करेंगे। अगर आप भी smallcap stocks में निवेश की तलाश में हैं, तो यह खबर आपके लिए है!

विजय केडिया कौन हैं?

विजय केडिया ने 19 साल की उम्र में शेयर बाजार में कदम रखा और 1992 में Kedia Securities की स्थापना की। उनकी इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी मजबूत मैनेजमेंट, इनोवेटिव प्रोडक्ट्स और लॉन्ग-टर्म ग्रोथ पोटेंशियल वाली कंपनियों पर फोकस करती है। जून 2025 तक उनका पोर्टफोलियो ₹1,185.4 करोड़ से ज्यादा का है, जिसमें 14 smallcap और midcap stocks शामिल हैं। रिटेल और इंस्टीट्यूशनल निवेशक उनके होल्डिंग्स को करीब से फॉलो करते हैं। हाल के मूव्स, खासकर डिस्काउंटेड stocks में, undervalued कंपनियों पर कमाने का मौका दिखाते हैं।

डिस्काउंटेड Smallcap Stocks पर फोकस क्यों?

Smallcap stocks रिस्की होते हैं, लेकिन जब वे अपनी intrinsic value से कम पर ट्रेड कर रहे हों, तो इनमें बड़ा अपसाइड पोटेंशियल होता है। केडिया के सिलेक्शन अक्सर मजबूत फंडामेंटल्स वाली कंपनियां होती हैं, जो मार्केट कंडीशंस या सेक्टर-विशिष्ट चुनौतियों की वजह से टेम्परेरी रूप से undervalued हैं। 2025 में, भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती और ऑटोमोटिव, इंफ्रास्ट्रक्चर, कंज्यूमर गुड्स जैसे सेक्टर्स की ग्रोथ के साथ, ये डिस्काउंटेड stocks बड़ा रिटर्न दे सकते हैं।

विजय केडिया के पोर्टफोलियो में टॉप 6 डिस्काउंटेड Stocks

1. Atul Auto: सबसे बड़ा होल्डिंग

  • होल्डिंग: 20.9% (5,802,017 शेयर्स, ₹252.4 करोड़, जून 2025 तक)
  • डिस्काउंटेड क्यों?: Atul Auto, तीन-पहिया वाहनों की लीडिंग मैन्युफैक्चरर, स्थिर वैल्यूएशन रखती है लेकिन ग्रोथ प्रोस्पेक्ट्स की तुलना में undervalued है। इकोनॉमिक स्लोडाउन के दौरान चुनौतियां आईं, लेकिन अब ट्रैक्शन गेन कर रही है।
  • ग्रोथ पोटेंशियल: ग्रामीण और सेमी-अर्बन भारत में अफोर्डेबल लास्ट-माइल मोबिलिटी की बढ़ती डिमांड के साथ, Atul Auto का इलेक्ट्रिक तीन-पहिया वाहनों पर फोकस बड़ा अपसाइड दे सकता है। केडिया का बड़ा स्टेक कंपनी के भविष्य में उनके विश्वास को दिखाता है।

2. Sudarshan Chemical Industries: केमिकल सेक्टर का दमदार प्लेयर

  • होल्डिंग: 1.3% (1,000,000 शेयर्स, ₹146.1 करोड़)
  • डिस्काउंटेड क्यों?: Sudarshan Chemical, पिगमेंट इंडस्ट्री में प्रमुख कंपनी, ग्लोबल मार्केट्स में प्राइसिंग प्रेशर का सामना कर रही है। लेकिन इसका मजबूत प्रोडक्ट पोर्टफोलियो और एक्सपोर्ट फोकस इसे कॉम्पिटिटिव रखते हैं।
  • ग्रोथ पोटेंशियल: पेंट्स, कोटिंग्स और प्लास्टिक्स में पिगमेंट्स की बढ़ती डिमांड, खासकर इमर्जिंग मार्केट्स में, Sudarshan Chemical को रिबाउंड के लिए तैयार करती है। केडिया का होल्डिंग ग्लोबल आउटरीच पर ऑप्टिमिज्म दिखाता है।

3. Elecon Engineering: इंडस्ट्रियल ग्रोथ का साथी

  • होल्डिंग: 1.0% (2,250,000 शेयर्स, ₹121.7 करोड़)
  • डिस्काउंटेड क्यों?: Elecon Engineering, इंडस्ट्रियल गियर्स और मटेरियल हैंडलिंग इक्विपमेंट की लीडर, सेक्टर-स्पेसिफिक स्लोडाउन की वजह से मार्केट करेक्शन का शिकार हुई है। लेकिन फंडामेंटल्स मजबूत हैं।
  • ग्रोथ पोटेंशियल: Make in India जैसे इनिशिएटिव्स के तहत भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की तेजी से Elecon के प्रोडक्ट्स की डिमांड बढ़ेगी। डायवर्सिफाइड क्लाइंट बेस और टेक्नोलॉजिकल एक्सपर्टीज इसे लॉन्ग-टर्म बेट बनाती है।

4. Vaibhav Global: ज्वेलरी और लाइफस्टाइल का ग्लोबल लीडर

  • होल्डिंग: 2.0% (3,375,000 शेयर्स, ₹74.5 करोड़)
  • डिस्काउंटेड क्यों?: Vaibhav Global, ज्वेलरी और लाइफस्टाइल प्रोडक्ट्स की ग्लोबल कंपनी, कंज्यूमर स्पेंडिंग और ग्लोबल सप्लाई चेन इश्यूज की वजह से स्टॉक प्राइस में गिरावट देखी है। लेकिन इसका ई-कॉमर्स मॉडल मजबूत है।
  • ग्रोथ पोटेंशियल: टीवी शॉपिंग और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के जरिए डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर सेल्स पर फोकस, साथ ही इंटरनेशनल मार्केट्स में एक्सपैंशन, इसे आकर्षक बनाता है। केडिया का स्थिर होल्डिंग रिकवरी में विश्वास दिखाता है।

5. Om Infra: इंफ्रास्ट्रक्चर का मजबूत आधार

  • होल्डिंग: 2.5% (2,400,000 शेयर्स, ₹27.4 करोड़)
  • डिस्काउंटेड क्यों?: Om Infra, इंफ्रास्ट्रक्चर और इंजीनियरिंग में प्रमुख प्लेयर, वॉटर मैनेजमेंट, इरिगेशन और पावर प्रोजेक्ट्स में काम करती है। साइक्लिकल चुनौतियों की वजह से स्टॉक डिस्काउंट पर ट्रेड कर रहा है।
  • ग्रोथ पोटेंशियल: सरकार की Jal Jeevan Mission और इंफ्रास्ट्रक्चर स्पेंडिंग से Om Infra की ग्रोथ ड्राइव होगी। डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो और केडिया का कंसिस्टेंट होल्डिंग लॉन्ग-टर्म कॉन्फिडेंस दिखाता है।

6. Precision Camshafts: ऑटोमोटिव का भविष्य

  • होल्डिंग: 1.1% (1,000,000 शेयर्स, ₹17.4 करोड़, जून 2025 तक)
  • डिस्काउंटेड क्यों?: Precision Camshafts, ऑटोमोटिव इंडस्ट्री के लिए कैमशाफ्ट्स की लीडिंग मैन्युफैक्चरर, जून 2025 में केडिया की स्टेक में 1% की कमी देखी, शायद शॉर्ट-टर्म मार्केट वोलेटिलिटी की वजह से। लेकिन कंपनी फ्यूल-एफिशिएंट और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EVs) की शिफ्ट से फायदा उठाती है।
  • ग्रोथ पोटेंशियल: ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स की बढ़ती डिमांड और मजबूत एक्सपोर्ट मार्केट से Precision Camshafts रिकवरी के लिए तैयार है। कम वैल्यूएशन इसे वैल्यू इन्वेस्टर्स के लिए आकर्षक बनाती है।

2025 में ये Stocks क्यों महत्वपूर्ण हैं?

केडिया का पोर्टफोलियो उनकी SMILE फिलॉसफी को रिफ्लेक्ट करता है, जो small market caps लेकिन large aspirations वाली कंपनियों पर टारगेट करता है। ये छह stocks—ऑटोमोटिव, इंफ्रास्ट्रक्चर, ज्वेलरी और केमिकल्स जैसे डायवर्स सेक्टर्स को कवर करते हैं—स्टेबिलिटी और ग्रोथ का मिक्स ऑफर करते हैं। भारत सरकार का इंफ्रास्ट्रक्चर, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और मैन्युफैक्चरिंग पर फोकस इन कंपनियों के ग्रोथ ड्राइवर्स से मैच करता है। साथ ही, इनकी डिस्काउंटेड वैल्यूएशंस कैलकुलेटेड रिस्क लेने वाले निवेशकों के लिए यूनिक ऑपर्च्युनिटी देते हैं।

2025 के लिए इन्वेस्टमेंट इनसाइट्स

  • सेक्टर्स में डायवर्सिफाई करें: केडिया के पिक्स कई इंडस्ट्रीज कवर करते हैं, सेक्टर-स्पेसिफिक रिस्क्स को कम करते हैं। निवेशक डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो पर विचार करें।
  • लॉन्ग-टर्म पर्सपेक्टिव: Smallcap stocks में पेशेंस जरूरी है। केडिया का 10-15 साल का इन्वेस्टमेंट होराइजन मार्केट साइकिल्स से गुजरने पर जोर देता है।
  • मार्केट ट्रेंड्स मॉनिटर करें: EV सब्सिडीज या इंफ्रास्ट्रक्चर बजट जैसे गवर्नमेंट पॉलिसीज पर नजर रखें, जो इन stocks को बूस्ट दे सकती हैं।
  • रिस्क मैनेजमेंट: Smallcaps वोलेटाइल हैं। फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें और रिस्क एपेटाइट से मैच करें।

निष्कर्ष

विजय केडिया का पोर्टफोलियो undervalued smallcap stocks में हाई ग्रोथ पोटेंशियल की तलाश करने वाले निवेशकों के लिए एक ट्रेजर मैप है। Precision Camshafts, Om Infra, Atul Auto, Vaibhav Global, Elecon Engineering, और Sudarshan Chemical Industries 2025 में सेक्टोरल टेलविंड्स और केडिया की सिद्ध दूरदृष्टि से रिबाउंड के लिए तैयार हैं। हालांकि ये stocks रिस्क्स के साथ आते हैं, लेकिन इनकी डिस्काउंटेड वैल्यूएशंस और मजबूत फंडामेंटल्स इन्हें देखने लायक बनाते हैं।

डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल सूचना के उद्देश्य से है। निवेश से पहले प्रोफेशनल एडवाइस लें, क्योंकि Market Risks Involved हैं।

जुलाई 2025 में इन 7 म्यूचुअल फंड्स ने पोर्टफोलियो में जोड़े 14 नए स्मॉलकैप स्टॉक्स, जानिए क्या होगा असर?

शेयर बाजार में तेजी: SBI और HDFC बैंक सहित 5 कंपनियां हुईं मालामाल – लेकिन इनको लगा बड़ा झटका

Gem Aromatics IPO: ₹451.25 करोड़ का इश्यू, 19 अगस्त से खुलेगा! GMP, Price Band, और डिटेल्स जानें

जीरोधा यूजर्स के लिए बड़ी राहत! ‘Kite Backup’ से ऐप क्रैश होने पर भी जारी रहेगी ट्रेडिंग

Leave a Comment

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now